रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया का जीत के प्रति समर्पण और बढ़ गया है। उन्होंने हमेशा जीत के लिए खेलने पर जोर दिया है, जबकि विराट कोहली के समय ‘इंटेंट’ को प्रमुखता मिली थी। हाल ही में काठमांडू टेस्ट में भारत की शानदार जीत ने रोहित की लीडरशिप का परिचय दिया। उनकी सरल संवाद शैली और नेतृत्व में नए खिलाड़ियों को मौका मिला, जिन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया। रोहित का मानना है कि जब कप्तान खुद उदाहरण प्रस्तुत करता है, तो बाकी खिलाड़ी भी प्रेरित होते हैं। वह अपने करियर के अंतिम चरण में हैं, लेकिन उनकी जीत की भूख अभी भी प्रबल है।