राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि स्वच्छ जल एक मूलभूत मानव अधिकार है, और इसके बिना एक समृद्ध समाज का निर्माण संभव नहीं है। उन्होंने जल की कमी और खराब साफ-सफाई के नकारात्मक प्रभावों पर प्रकाश डाला। राष्ट्रपति ने जल संरक्षण की परंपराओं को याद करते हुए सभी से व्यक्तिगत प्रयासों के माध्यम से जल सुरक्षा में योगदान देने की अपील की। उन्होंने राष्ट्रीय जल पुरस्कारों के माध्यम से जल संसाधनों के महत्व को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया, जिससे लोग जल उपयोग के सर्वोत्तम तरीकों को अपनाने के लिए प्रेरित हो सकें।