UNICEF की रिपोर्ट के अनुसार 2050 तक भारत में 350 मिलियन बच्चे होंगे, जो वैश्विक बच्चों की कुल संख्या का 15% होंगे। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत को बच्चों के अधिकारों और कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए जलवायु संकट, पर्यावरणीय खतरों और सीमित संसाधनों की समस्याओं का समाधान करना होगा। आने वाले दशकों में भारतीय बच्चे अधिक गर्मी, बाढ़ और वायु प्रदूषण जैसी समस्याओं का सामना करेंगे। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि डिजिटल विभाजन और नयी तकनीकियों का बच्चों पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रभाव पड़ेगा।