रिलायंस इंडस्ट्रीज अब हाइड्रोकार्बन से हटकर क्लीन एनर्जी पर जोर दे रही है। मुकेश अंबानी की कंपनी ने आंध्र प्रदेश में अगले पांच वर्षों में 500 बायोगैस संयंत्र लगाने की योजना बनाई है, जिनमें 65,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। यह संयंत्र कृषि अपशिष्ट, शुगरकेन प्रेस मड और नगर निगम के कचरे से बायोगैस उत्पन्न करेंगे, जो CNG और हरित हाइड्रोजन के रूप में उपयोग किए जाएंगे। इस पहल से रोजगार सृजन के साथ भारत की ऊर्जा सुरक्षा और पर्यावरण को भी लाभ होगा।