दक्षिण पूर्व एशिया में 30,000 भारतीय नागरिकों की वापसी लंबित
भारत सरकार के आंकड़ों के अनुसार, 29,466 भारतीय नागरिक, जो जनवरी 2022 से मई 2024 के बीच दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में गए थे, अब तक लौटे नहीं हैं। इनमें से अधिकांश नागरिक 20 से 39 वर्ष के आयु वर्ग में हैं और सबसे बड़ी संख्या पंजाब, महाराष्ट्र और तमिलनाडु से है। यह स्थिति तब सामने आई जब रिपोर्ट्स में भारतीयों के “साइबर दासता” में फंसे होने की जानकारी मिली। केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को निर्देश दिए हैं कि वे इन नागरिकों की स्थिति की जांच करें। थाईलैंड से 20,450 लोग लौटने का इंतजार कर रहे हैं, जबकि अन्य देश जैसे वियतनाम और कंबोडिया से भी बड़ी संख्या में भारतीय फंसे हुए हैं। सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन कर रही है ताकि प्रभावित नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।