शाहरुख़ ख़ान ने हाल ही में अपनी ज़िंदगी के कठिन समय को याद करते हुए बताया कि जब उनके माता-पिता की मृत्यु हुई, तो उनके पास न तो पैसे थे और न ही कोई सहारा। उन्होंने कहा कि वे यह नहीं चाहते थे कि उनके माता-पिता को यह महसूस हो कि वे जल्दी मर गए और उनका बेटा असफल है। इसलिए शाहरुख़ ने कड़ी मेहनत की और सफलता हासिल की, ताकि वे उन्हें बता सकें कि वह ठीक हैं और अपनी ज़िन्दगी में आगे बढ़ चुके हैं।