भारत में एक प्रसिद्ध स्कूल के 1वीं कक्षा के लिए ₹4 लाख वार्षिक फीस के खुलासे ने सोशल मीडिया पर हंगामा मचा दिया है। इस फीस में पंजीकरण, प्रवेश शुल्क, वार्षिक फीस, बस शुल्क, किताबों और वर्दी की लागत शामिल है। अभिभावकों ने इसे शिक्षा की बढ़ती महंगाई और मध्यवर्गीय परिवारों के लिए आर्थिक बोझ करार दिया है। कुछ लोग इसे “शिक्षा को लग्जरी” बनाने की कोशिश मानते हैं, जबकि अन्य ने इसे बढ़ा-चढ़ा कर पेश करने का आरोप लगाया।