शबाना आज़मी की नाराज़गी: नारीवाद को समझने में युवा महिलाओं की कमी

शबाना आज़मी की नाराज़गी: नारीवाद को समझने में युवा महिलाओं की कमी

शबाना आज़मी ने युवा महिलाओं की नाराज़गी जताई, जो खुद को नारीवादी नहीं मानतीं। उन्होंने कहा कि महिलाएं अब भी “ब्रासियर जलाने वाली” नारीवादियों के साथ जुड़ी हैं और नारीवाद का सही अर्थ नहीं जानतीं। एक घटना साझा करते हुए उन्होंने बताया कि अमेरिका में एक महिला ने उनसे पूछा कि वे अपने पति का कुरता आयरन कर रही हैं, तो कैसे नारीवादी हैं। शबाना ने कहा कि नारीवाद का अर्थ सिर्फ ऐसा नहीं है और इस सोच में कमी है। उन्होंने यह भी बताया कि नारीवाद का मतलब पुरुषों और महिलाओं के बीच के अंतर को समझना और उसे मनाना है, और महिलाओं को समस्याओं के समाधान में शामिल होना चाहिए।

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