कराची के जिन्नाह अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के निकट हालिया आत्मघाती विस्फोट की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार यह हमला एक विदेशी खुफिया एजेंसी के सहयोग से किया गया था। Counter-Terrorism Department (CTD) की रिपोर्ट में कहा गया है कि विस्फोट का लक्ष्य चीनी इंजीनियरों को निशाना बनाना था, जिससे पाकिस्तान-चीन संबंधों को कमजोर करने की साजिश की गई। इस हमले में दो चीनी नागरिकों की मौत हो गई और 17 लोग घायल हुए। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) को हमले का जिम्मेदार ठहराया गया है, जिसमें आतंकवादी ने एक वाहन को चीनी काफिले के पास पार्क कर विस्फोट किया। चीन ने इस हमले के बाद पाकिस्तान में एक कार्य समूह भेजा है, क्योंकि CPEC परियोजनाओं में हजारों चीनी नागरिक कार्यरत हैं।
कराची में आत्मघाती विस्फोट: पाकिस्तान-चीन संबंधों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश
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