एक नई रिपोर्ट के अनुसार, कोविड के बाद निवेश के फैसलों में नियमित रिटर्न, रिटर्न की मात्रा और कर लाभ प्रमुख कारक बन गए हैं। यह अध्ययन PHD रिसर्च ब्यूरो और अन्य संस्थानों द्वारा किया गया है, जिसमें वित्तीय साधनों के प्रति निवेशक व्यवहार की तुलना की गई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि महामारी से पहले रिटर्न की मात्रा और नियमितता ने निवेश को प्रभावित किया, जबकि अब कर लाभ भी महत्वपूर्ण हो गया है। विशेष रूप से म्यूचुअल फंड्स में निवेश अब तरलता पर ज्यादा निर्भर कर रहा है, जबकि स्टॉक्स की पसंद मुख्यतः उच्च रिटर्न पर आधारित है। इसके अलावा, रियल एस्टेट में निवेश के लिए भी कर लाभ और नियमित रिटर्न पर जोर दिया जा रहा है। रिपोर्ट ने भारतीय पूंजी बाजार की भविष्यवाणी की है कि आने वाले वर्षों में इसका प्रदर्शन उत्कृष्ट रहेगा।