स्पाइसजेट ने हाल ही में ₹3,000 करोड़ का निवेश जुटाया है, जिससे एयरलाइन की स्थिति में सुधार की उम्मीद है। हालांकि, कंपनी के पास अभी भी ₹427 करोड़ का कानूनी बकाया है, जो विवादों के कारण बढ़कर ₹794 करोड़ हो जाएगा। अजय सिंह, चेयरमैन, ने बताया कि पिछले चार वर्षों में कंपनी को ₹4,611 करोड़ का नुकसान हुआ है। एयरलाइन का लक्ष्य 2026 तक अपने आकार को पांच गुना बढ़ाना है, लेकिन इसे 36 ग्राउंडेड विमानों को फिर से उड़ान भराना होगा। स्पाइसजेट को बढ़ती प्रतिस्पर्धा और संभावित मूल्य कटौती से लाभ कमाने में कठिनाई हो सकती है। कंपनी को अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करना होगा और स्थायी लाभ के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।