अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह के वीर सावरकर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर शनिवार को एयर एशिया की पहली अंतरराष्ट्रीय उड़ान AK-55 कुआलालंपुर से उतरी। यह घटना 22 सालों की प्रतीक्षा के बाद हुई, जब एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिली। इस उड़ान से अंडमान के पर्यटन क्षेत्र में नई उम्मीदें जगी हैं, क्योंकि अब इस क्षेत्र को वैश्विक कनेक्टिविटी मिल सकेगी। एयरपोर्ट के नए टर्मिनल में अत्याधुनिक सुविधाएं हैं और यह सालाना 5 मिलियन यात्रियों को सेवा देने की क्षमता रखता है। इस नई उड़ान से अंडमान द्वीपसमूह को पर्यटन के लिहाज से एक नई दिशा मिलेगी, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था और वैश्विक पहचान में वृद्धि होने की संभावना है।