रतन टाटा का नेतृत्व हमेशा दूरदर्शी और बड़ा था। वे माइक्रो-मैनेजमेंट से दूर रहते हुए अपनी टीम को स्वतंत्रता और विश्वास देते थे। उन्होंने टाटा मोटर्स को कार निर्माण में कदम रखने के लिए प्रेरित किया और जगुआर-लैंड रोवर जैसे महत्वपूर्ण अधिग्रहण किए। रतन टाटा का मानना था कि बड़े अवसरों को पहचानने और टीम पर विश्वास करने से ही संगठन को ताकत मिलती है। उन्होंने टीम के सभी स्तरों के लोगों की बात सुनी और उन्हें निर्णय लेने की स्वतंत्रता दी। उनका नेतृत्व न केवल प्रबंधन में बल्कि संगठन की संस्कृति में भी बदलाव लाया।