पूर्व RBI गवर्नर रघुराम राजन ने भारत की विकास यात्रा पर विचार करते हुए कहा है कि देश ने बुनियादी ढांचे में काफी प्रगति की है, लेकिन स्थानीय उत्पादन और रोजगार सृजन में और अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है। उन्होंने ‘मेक इन इंडिया’ योजना की सराहना की, लेकिन इसके प्रभाव का मूल्यांकन करने पर जोर दिया। राजन का मानना है कि यदि भारत 2047 तक विकसित देश बनना चाहता है, तो मौजूदा 7% विकास दर पर्याप्त नहीं होगी। इसके लिए आवश्यक है कि व्यवसाय करने में आसानी को बढ़ावा दिया जाए और सरकारी बाधाओं को कम किया जाए।