फ्रांस ने भारत को 26 राफेल मरीन जेट सौदे के लिए अंतिम मूल्य प्रस्ताव सौंपा है, जो भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल की फ्रांस यात्रा से पहले किया गया। रक्षा सूत्रों के अनुसार, इस सौदे में महत्वपूर्ण मूल्य कमी की गई है। ये जेट INS विक्रांत एयरक्राफ्ट कैरियर पर तैनात किए जाएंगे। पिछले हफ्ते दोनों देशों के बीच वार्ता भी हुई थी। इस सौदे का उद्देश्य भारतीय नौसेना की समुद्री हमले की क्षमता को बढ़ाना है। भारत ने जेट्स में स्वदेशी उत्तम रडार और अन्य स्वदेशी हथियारों के समावेश की अनुमति दी है। सौदे में लंबी दूरी की मीटियोर मिसाइलों और एंटी-शिप हथियारों का भी समावेश होगा, जिसे इस वित्तीय वर्ष के अंत तक पूरा करने की योजना है।