भारतपे और उसके सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर ने 2022 से चल रहे विवाद को खत्म कर दिया है। ग्रोवर अब कंपनी से जुड़े नहीं रहेंगे और उनकी शेयरधारिता एक पारिवारिक ट्रस्ट को ट्रांसफर की जाएगी। समझौते के अनुसार, ग्रोवर के कुछ शेयर रेजिलियंट ग्रोथ ट्रस्ट को भी सौंपे जाएंगे। दोनों पक्षों ने कानूनी मामलों को न बढ़ाने का निर्णय लिया है, और भारतपे अपने व्यापारिक लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करेगा।