तेलंगाना के मुख्यमंत्री A. Revanth Reddy ने बताया कि राज्य का ऋण 2014 में 75,577 करोड़ रुपये से बढ़कर 7 लाख करोड़ रुपये हो गया है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री K. Chandrashekar Rao की सरकार पर “अविवेकपूर्ण उधारी” का आरोप लगाया है। कांग्रेस सरकार ने वर्ल्ड बैंक से उच्च ब्याज ऋण चुकाने के लिए सहायता मांगी है। CAG की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य की कुल देनदारियाँ 35.6% GSDP तक पहुंच गई हैं, जो कि निर्धारित सीमा से अधिक है। किसानों के 2 लाख रुपये तक के ऋण माफ करने की योजना के लिए 31,000 करोड़ रुपये की आवश्यकता है, जबकि ऑफ-बजट ऋण 1.2 लाख करोड़ रुपये का है। KCR के शासनकाल में वित्तीय प्रबंधन में कमी और भ्रष्टाचार ने राज्य के विकास को गंभीर रूप से प्रभावित किया है।
तेलंगाना का ऋण संकट: KCR शासन की आर्थिक विफलता
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