विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने टिपू सुलतान को भारतीय इतिहास में एक “जटिल व्यक्ति” बताया और कहा कि उनकी विरासत का चयनात्मक चित्रण किया गया है। जयशंकर ने कहा कि राजनीति अक्सर तथ्यों को अपनी सुविधानुसार प्रस्तुत करती है, और टिपू सुलतान के मामले में भी ऐसा ही हुआ। उन्होंने टिपू के ब्रिटिश शासन के खिलाफ संघर्ष को सराहा, लेकिन साथ ही उनके शासन के कुछ पहलुओं, जैसे कि उनके पड़ोसी राज्यों और अपने लोगों के प्रति कार्रवाई पर सवाल उठाए। जयशंकर ने यह भी कहा कि वर्तमान राजनीतिक माहौल में ऐतिहासिक दृष्टिकोण में संतुलन आ रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने इसके लिए सकारात्मक कदम उठाए हैं।