2022 में भारत ने $10 अरब की सेमीकंडक्टर उत्पादन योजना की घोषणा की, लेकिन शुरुआती प्रगति न होने पर आलोचना बढ़ने लगी। फिर फरवरी 2024 में टाटा समूह ने गुजरात में $11 अरब का फैब्रिकेशन प्लांट स्थापित करने की योजना बनाई, जिसमें ताइवान की Power chip का सहयोग होगा। रतन टाटा ने असम को सेमीकंडक्टर उत्पादन में प्रमुख बनाते हुए इसे वैश्विक मानचित्र पर लाने का वादा किया। ये प्रोजेक्ट्स भारत की आर्थिक और सामरिक ताकत को बढ़ावा देंगे, क्योंकि सेमीकंडक्टर सभी प्रमुख उद्योगों में उपयोग होते हैं। हालांकि इसकी उत्पादन प्रक्रिया जटिल है और इसके लिए विशेष सुविधाओं की जरूरत होती है। एक घरेलू फैब्रिकेशन प्लांट भारत के तकनीकी आत्मनिर्भरता के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
टाटा का सेमीकंडक्टर क्षेत्र में नया कदम: भारत की तकनीकी क्रांति
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