चीन और पाकिस्तान के बीच $45 बिलियन का नया सुरक्षा समझौता भारत के लिए चिंता का विषय बन गया है। यह समझौता चीनी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बनाया गया है, खासकर चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के तहत कार्यरत लोगों के लिए। इस समझौते के अनुसार सुरक्षा को पाकिस्तानी और चीनी कर्मियों द्वारा संभाला जाएगा। पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति दयनीय है और इसमें से एक बड़ा हिस्सा सेना और नौसेना की सुरक्षा के लिए आवंटित किया गया है। हाल के समय में बलूचिस्तान में चीनी नागरिकों पर हमलों ने उनकी सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह समझौता पाकिस्तान की संप्रभुता को खतरे में डाल सकता है और इसके गंभीर दीर्घकालिक परिणाम हो सकते हैं।
चीन-पाकिस्तान सुरक्षा समझौते से भारत में चिंता बढ़ी
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