चीन ने अपने आर्थिक विकास को गति देने के लिए बड़ा प्रोत्साहन पैकेज पेश किया है, जिसमें केंद्रीय बैंक ने बैंकों के लिए आरक्षित अनुपात में कमी की है। इस कदम से शंघाई कंपोजिट इंडेक्स में 4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रोत्साहन का असर भारत के बाजार पर भी पड़ सकता है, क्योंकि विदेशी निवेशक चीन के आकर्षक मूल्यांकन की ओर रुख कर सकते हैं। हालांकि, भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में विविधता लाने की प्रवृत्ति इसे लाभ पहुंचा सकती है। भारत कई क्षेत्रों में अवसरों का लाभ उठाने के लिए तैयार है, जैसे कि फार्मास्यूटिकल्स और इलेक्ट्रॉनिक्स। कुल मिलाकर, भारत की आर्थिक वृद्धि वैश्विक औसत से अधिक रहने की संभावना है, जो शेयर बाजार को भी समर्थन दे सकती है।
चीन के प्रोत्साहन पैकेज का भारत पर प्रभाव: विशेषज्ञों की समीक्षा
RELATED ARTICLES