कांग्रेस ने महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों में खराब प्रदर्शन किया। महाराष्ट्र में कांग्रेस को केवल 19 सीटें मिलीं, जबकि झारखंड में पार्टी को अपने सहयोगी झारखंड मुक्ति मोर्चा के मुकाबले बहुत कम सीटें मिलीं। कांग्रेस नेताओं ने सीट समायोजन में गड़बड़ी, आपसी संघर्ष और बीजेपी की ‘लड़की बहन योजना’ को हार का कारण बताया। महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में भी कांग्रेस को झटका लगा, जबकि बीजेपी ने वहां जीत हासिल की। झारखंड में कांग्रेस को नेतृत्व की कमी और केवल राष्ट्रीय मुद्दों पर जोर देने के कारण हार का सामना करना पड़ा।