एचएफसीएल (हिमाचल फ्यूचरिस्टिक कम्युनिकेशंस) ने जनरल एटॉमिक्स एरोनॉटिकल सिस्टम्स के साथ महत्वपूर्ण समझौता किया है, जिसमें वह उनके ड्रोन तकनीक के लिए आवश्यक उप-प्रणालियाँ प्रदान करेगा। यह समझौता एचएफसीएल के लिए टेलीकम्युनिकेशन से एयरोस्पेस में कदम रखने का अवसर है, जिससे उसे नई तकनीकी क्षमताएँ मिलेंगी। एचएफसीएल की उच्च-प्रदर्शन प्रणालियाँ UAVs की आवश्यकताओं को पूरा करेंगी। इस साझेदारी से एचएफसीएल का पोर्टफोलियो और विस्तारित होगा, जबकि जनरल एटॉमिक्स को आधुनिक तकनीक का लाभ मिलेगा। प्रबंध निदेशक महेंद्र नहाटा ने इसे ‘मेक इन इंडिया’ पहल का समर्थन बताया है। यह सहयोग रक्षा, निगरानी, और लॉजिस्टिक्स के क्षेत्रों में ड्रोन तकनीक के उपयोग को बढ़ावा देगा, जिससे दोनों कंपनियाँ वैश्विक बाजार में अपनी स्थिति मजबूत कर सकेंगी।